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दिल्ली में खुलेगा पहला आर्मी स्कूल, 2 अक्टूबर से शुरू होंगी योग क्लासेज

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दिल्ली में खुलेगा पहला आर्मी स्कूल, 2 अक्टूबर से शुरू होंगी योग क्लासेज

दिल्ली में खुलेगा पहला आर्मी स्कूल, 2 अक्टूबर से शुरू होंगी योग क्लासेज

दिल्ली के दो करोड़ लोगों की मेहनत की वजह से दिल्ली आज गवर्नेस की प्रयोगशाला बन गई है। 

दिल्ली में लगातार नए-नए प्रयोग हो रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली सचिवालय में एक कार्यक्रम में यह कहा। उन्होंने ऐलान किया कि दिल्ली में जल्द ही सैनिक स्कूल खोला जाएगा और स्टूडेंट्स को फौज में भर्ती की तैयारी के लिए एक एकैडमी भी खोली जाएगी। 

साथ ही, 2 अक्टूबर से दिल्ली में योग क्लासेज शुरू की जाएंगी, जिसके लिए इंस्ट्रक्टर्स तैयार किए जा रहे हैं। सीएम ने कहा है कि दिल्ली 2047 के बाद के ओलिंपिक्स के आयोजन के लिए दावेदारी भी करेगा। और 2047 तक दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय सिंगापुर के बराबर करने की पूरी कोशिश करेगा।

दिल्ली सचिवालय में रविवार को 75वें स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ध्वजारोहण किया। सरकार के सभी मंत्री, विधायक समेत बाकी अधिकारी मौजूद रहे।

'दिल्ली का पहला आर्मी

स्कूल खोलने की तैयारी' ओलिंपिक्स में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को बधाई देते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी ओलिंपिक्स गेम्स में 7 मेडल मिले, अब भारत को 70 मेडल चाहिए।

उन्होंने कहा, भारत में टैलेंट की बिल्कुल भी कमी नहीं है। हमने एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई है। इसके साथ, हमारा पहला मकसद है कि हमें ओलिंपिक्स के अंदर ढेर सारे मेडल जीतने हैं। इसके अलावा, सीएम ने कहा कि हर राज्य के अंदर अपना एक सैनिक स्कूल है। 

अब दिल्ली के अंदर पहला सैनिक स्कूल खोलने की तैयारी शुरू की जा रही है। दिल्ली में एक एकेडमी की शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है, जिसमें पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को एनडीए के लिए और फौज में भर्ती होने के लिए तैयार किया जाएगा।

2 अक्टूबर से पूरी दिल्ली में योग की क्लासेज

जनआंदोलन बनाने के लिए 2 अक्टूबर से है। इसके अलावा, 2047 के बाद वाला बच्चे हैं, जो अनाथ हो गए। सीएम ने कहा, आज लोग दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों से हम पार्कों में, हॉल्स और कम्युनिटी सेंटर्स जो ओलंपिक होगा, उसके आयोजन के कई डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ कई अपने बच्चों को निकाल कर सरकारी में जगह-जगह योग की क्लास शुरू करने लिए दिल्ली दावेदारी पेश करेगी। '

उसके दिनों तक अस्पताल से घर नहीं गए। उन्हें स्कूलों में भर्ती करा रहे हैं। दिल्ली सरकार जा रहे हैं। योग इंस्ट्रक्टर की फौज तैयार लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कोरोना हो गया और जान चली गई। के सरकारी स्कूलों के 12वीं के नतीजे की जा रही है। कहीं भी किसी भी कॉलोनी 'डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ योजना है कि अगर दिल्ली का रहने वाला हैपीनेस करिकुलम के प्रयोग का बच्चों

केजरीवाल ने कहा कि सरकार की एक इस बार 99.97% आए हैं। उन्होंने कहा, में 30-40 लोग मिलकर अगर कहेंगे कि हमें इंस्ट्रक्टर चाहिए, तो दिल्ली सरकार

और नर्सेज को सलाम' कोई सैनिक बॉर्डर पर शहीद होता है, तो पर बहुत ही शानदार असर पड़ रहा है। उनको फ्री में इंस्ट्रक्टर देगी।

सीएम ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से दिल्ली सरकार उनको एक करोड़ रुपए की आंत्रप्रेन्योरशिप कोर्स के साथ हम 9वीं, 'दिल्ली की आय सिंगापुर लोग कोरोना बीमारी की वजह से परेशान सम्मान राशि देती है। वही सम्मान हमने 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों को

हैं और ऐसे कई डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल अपने डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सेज बिजनेस करना सिखा रहे हैं। के बराबर करेंगे' स्टाफ और फ्रंटलाइन वर्कर ने लोगों की और फ्रंटलाइन वर्कर को दिया। जो बच्चे

'अंतरराष्ट्रीय स्तर की सीएम ने कहा कि आजादी के 100 सेवा करते हुए जान गंवाई है। केजरीवाल अनाथ हो गए, जिन परिवारों के कमाने साल पर हम कैसी दिल्ली देखना चाहते ने इन्हें सलाम करते हुए कहा, पिछले डेढ़ वाले लोग चले गए, उनके लिए भी सरकार

शिक्षा बच्चों को मिलेगी' हैं, हमें उसकी तैयारी भी करनी है। मार्च साल के अंदर देश में कोरोना की दो लहर ने योजना बनाई हैं।

सीएम ने कहा कि दिल्ली ने भी अपना में, जब हम लोगों ने बजट प्रस्तुत किया मगर दिल्ली में चार लहर आईं। अप्रैल की था, तब हमने दो वादे किए थे। 2047 लहर इतनी खतरनाक थी कि शायद ही 'स्कूलों का रिजल्ट 99.97%, शिक्षा बोर्ड बनाया, दिल्ली बोर्ड ऑफ तक दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय सिंगापुर कोई ऐसा परिवार होगा, जिसमें किसी न यह शिक्षा क्रांति का नतीजा' स्कूल एजुकेशन। एक और बोर्ड है

इंटरनैशनल बैकोलॉरिएट, जिसमें शिक्षा के प्रति व्यक्ति आय के बराबर कर देंगे किसी को कोरोना न हुआ हो और न जाने सीएम ने कहा कि 6-7 साल पहले दो पाने के लिए बड़े-बड़े स्कूल बेताब रहते लेकिन यह सिर्फ सरकार नहीं बल्कि कितने ऐसे लोग हैं। 

जिनकी जान चली करोड़ लोगों ने मिलकर दिल्ली के अंदर हैं। फ्रांस, जापान, अमेरिका, कनाडा समेत दिल्ली के दो करोड़ लोगों को मिलकर गई। कितने ऐसे परिवार हैं, जिनके अंदर शिक्षा क्रांति का आगाज किया। एक नई 159 देशों की सरकारों और स्कूलों के करना होगा। सिंगापुर की आय बहुत ज्यादा कमाने वाले चले गए और कितने ऐसे किस्म की शिक्षा प्रणाली शुरुआत की। साथ मिलकर काम कर रहा है।

निष्कर्ष

आशा है आपको यह समझ में आ गया होगा। इस लेख में, हमने दिल्ली में खुलेगा पहला आर्मी स्कूल, 2 अक्टूबर से शुरू होंगी योग क्लासेज। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो।

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