6 लाख रुपये की चप्पल पनकर ब्लूटूथ डिवाइस के साथ परीक्षा देने पहुंचा छात्र, जाने कैसे हुआ गिफ्तार?
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा बीकानेर में गिरफ्तार
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) में धोखाधड़ी का हाईटेक मामला सामने आया है। पुलिस ने रविवार को 3 उम्मीदवारों समेत 5 लोगों को कई जगह नकल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक बीकानेर में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है।
जो चप्पल के सहारे रीट परीक्षा में नकल करने की कोशिश कर रहा था। वहीं अजमेर में भी एक प्रत्याशी को इस चप्पल के साथ पकड़ा गया है। चप्पल की कीमत छह लाख रुपये बताई जा रही है। वहीं, शाम छह बजे छह जिलों में इंटरनेट बंद रहा। परीक्षा में शामिल हुए 16 लाख उम्मीदवार शामिल हुए।
बीकानेर के गंगाशहर में आरोपी उम्मीदवारों की चप्पल में उपकरण लगाकर नकल कर रहे थे। आरोपियों ने जांच में बताया है कि उन्होंने करीब 6 लाख रुपये में उम्मीदवारों को उपकरण में लगी चप्पलें बेची थीं।
बीकानेर एसपी प्रीति चंद्रा ने बताया कि इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में करीब 25 ऐसी चप्पलें बिक चुकी हैं। राज्य के अजमेर जिले में ब्लूटूथ डिवाइस को चप्पल में छिपाकर परीक्षा देने वाला एक परीक्षार्थी पकड़ा गया है।
पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। प्रत्याशी चुरू का रहने वाला है। यहां आरोपी के पकड़े जाने के बाद सभी अभ्यर्थियों के जूते-चप्पल खोल दिए गए।
क्या है चप्पलों के पीछे का राज?
आरईईटी परीक्षा में सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक सिर्फ चप्पलों को ही अंदर जाने की इजाजत है। ऐसे में इस गैंग ने नकल कराने के लिए अनोखी चप्पलों का आविष्कार किया।
यह सैंडल ब्लूटूथ डिवाइस से लैस है। परीक्षा हॉल में प्रवेश करने के बाद अभ्यर्थी इस ब्लूटूथ डिवाइस को अपने कान में लगा लेता है। यह ब्लूटूथ डिवाइस
केंद्र के बाहर बैठे व्यक्ति को मोबाइल से जोड़ा जाता है। जो उसे कॉपी करवाने में मदद करता है।
लड़कियों के पूरे बाजू के कुर्ते काटे गए। सीकर जिले में अभ्यर्थियों के प्रवेश के दौरान कड़ी चेकिंग के दौरान हाथ से बंधी यूनिफॉर्म उतार दी गई। महिला उम्मीदवारों के पूरी बाजू के कुर्ते काटे गए और जेवर भी उतारे गए। यहां तक कि बालों के फीते भी खोल दिए गए।
सेठ जयदेव जालान स्कूल के पास दीवार पर चढ़ रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया। सीकर के एक केंद्र पर जब एक छात्रा 9:45 बजे परीक्षा केंद्र पहुंची तो उसे प्रवेश नहीं दिया गया। परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू होनी थी। प्रवेश का समय साढ़े नौ बजे तक था। जिसके बाद वह काफी देर तक रोती रही।
निष्कर्ष
आशा है आपको यह समझ में आ गया होगा। इस लेख में, हमने आपको 6 लाख रुपये की चप्पल पनकर ब्लूटूथ डिवाइस के साथ परीक्षा देने पहुंचा छात्र, के बारे मे बताया। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो।
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