पीएम का चीन को संदेश, सबका समंदर, हावी नहीं होगा।
महासभा में मोदी ने कहा- सभी देश आवाज उठाएं, तभी बनेगा मामला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। और भारत की विकास यात्रा के साथ-साथ सभी वैश्विक मुद्दों पर बात की। पीएम ने आतंकवाद और विस्तारवाद पर चीन और पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला।
अफगानिस्तान पर बात करते हुए मोदी ने तालिबान को यह संदेश भी दिया। कि देश की जमीन का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ आतंकवाद फैलाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
भारत को लोकतंत्र की जननी बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि। जब भारत आगे बढ़ेगा तभी पूरी दुनिया का विकास होगा। चीन के एकाधिकार को चुनौती देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि समुद्र दुनिया की साझी विरासत है।
अपने संसाधनों का उपयोग करें 'दुरुपयोग' नहीं। चीन का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि। हमें समुद्र को विस्तारवाद से बचाना है, नियम आधारित व्यवस्था बनानी होगी। ज्ञात हो कि चीन भारतीय प्रशांत क्षेत्र में अपने एकाधिकार पर विचार करता रहा है।
प्रधान मंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में सुधारों पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र पर कई सालों से सवाल उठाए जा रहे हैं। हाल ही में ये सवाल कोरोना और आतंकवाद के मुद्दे पर और भी गहरे हो गए हैं।
पीएम मोदी ने यह कहा, 'आचार्य चाणक्य ने सदियों पहले कहा था। और 'कलाति क्रमात काल एव फलम पिबती।' इसका मतलब जब सही समय पर सही काम नहीं किया जाता है। तो समय ही की सफलता को नष्ट कर देता है। यदि संयुक्त राष्ट्र को स्वयं को प्रासंगिक बनाए रखना है।
तो उसे अपना प्रभाव और विश्वसनीयता बढ़ानी होगी। पीएम ने कहा कि कोरोना की उत्पत्ति के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र पर भी सवाल उठाए गए हैं। वहीं पिछली बार की तरह मोदी ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की बातों को नजरअंदाज करते हुए बिग ब्रदर की छवि पेश की।
इमरान खान ने शुक्रवार को अपने 24 मिनट के भाषण में भारत और कश्मीर पर पांच मिनट से ज्यादा समय तक चर्चा की थी।
'लोकतंत्र से संयुक्त राष्ट्र पहुंचे मोदी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के लोकतंत्र की परंपरा को बताया। और कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। उन्होंने कहा कि जब भारत आगे बढ़ता है तो पूरी दुनिया आगे बढ़ती है। पीएम ने कहा, 'हमारी विविधता हमारे मजबूत लोकतंत्र की पहचान है।
एक ऐसा देश जिसमें दर्जनों भाषाएं, सैकड़ों बोलियां, अलग-अलग जीवन शैली और खान-पान की आदतें हैं। यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी अपने पिता की रेलवे स्टेशन की चाय की दुकान पर मदद करता था। आज चौथी बार भारत के प्रधान मंत्री के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित कर रहा है।
भारत-अमेरिका की एक आवाज, 26/11 के दोषियों को नहीं बख्शेंगे
भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान को निशाना बनाकर सीमा पार आतंकवाद की निंदा की। दोनों देशों ने 26/11 के मुंबई हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान करते हुए कहा। कि वे सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुलाकात के बाद बयान में कहा गया। कि आतंकी समूहों को किसी भी तरह की सैन्य, आर्थिक मदद बंद कर देनी चाहिए।
साथ ही दोनों देशों ने कहा कि तालिबान को अपना वादा पूरा करना चाहिए। और महिलाओं, बच्चों, अल्पसंख्यकों का सम्मान करना चाहिए। पीएम ने बिडेन के साथ अमेरिका में भारतीय पेशेवरों की पहुंच और एच-1बी वीजा के मुद्दे पर भी बात की।
निष्कर्ष
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