National Education Day 2021: पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति, मुख्यमंत्रियों ने मौलाना अबुल कलाम आजाद को दी ट्विटर के जरिये श्रद्धांजलि।
मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद जोकि भारत के पहले शिक्षा मंत्री की जयंती पूरे देश में हर साल आज 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाई जाती है।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जी एक बेहद अच्छे स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान और शिक्षाविद थे। जिन्होंने हमेशा से ही स्वतंत्र भारत में शिक्षा प्रणाली को विकसित करने में एक अभिन्न भूमिका निभाई।
और मौलाना आजाद आईआईटी, आईआईएससी और स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग के पीछे दूरदर्शी थे।
वह पहले शिक्षा मंत्री विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर), ललित कला अकादमी, साहित्य अकादमी, संगीत नाटक अकादमी सहित निकायों की स्थापना में भी जिम्मेदार थे।
और साथ ही वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)।
आज राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर, उपराष्ट्रपति, एम वेंकैया नायडू ने कहा है की: “महान स्वतंत्रता सेनानी और राष्ट्रवादी और शिक्षाविद् और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को उनकी जयंती पर मेरी श्रद्धांजलि।
उन्होंने कहा की राष्ट्रीय एकता और मूल्य आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रयास किया। हमेशा उन्हें भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी अमूल्य भूमिका के लिए हमेशा याद किया जाएगा।"
मौलाना अबुल कलाम आजाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। और एक पथप्रदर्शक विचारक और बुद्धिजीवी, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका प्रेरणादायक है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने भी कहा, "स्वतंत्र भारत में एक मजबूत और शिक्षा प्रणाली की नींव रखने में उनके अमूल्य योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।"
”प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की। वह शिक्षा क्षेत्र के प्रति जुनूनी भी थे। और उन्होंने समाज में बहुत अच्छे से भाईचारे को आगे बढ़ाने के लिए काम किया था।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने सोशल मीडिया हैंडल में कहा है की: "स्वतंत्रता सेनानी और विद्वान मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। जिसे राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में भी बहुत अच्छे से मनाया जाता है।"
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने भी कहा है, "स्वतंत्र भारत में एक मजबूत और शिक्षा प्रणाली की नींव रखने में उनके अमूल्य योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।"
अशोक गहलोत जी ने कहा जोकि राजस्थान के मुख्यमंत्री है: “राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर, आइए युवाओं को समग्र शिक्षा प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करें।
और उन्हें एक अच्छा इंसान और कर्तव्यनिष्ठ नागरिक बनाने के लिए वैज्ञानिक सोच और मूल्य आधारित शिक्षा महत्वपूर्ण है। हमारी प्रतिबद्धता होनी चाहिए कि। कोई भी बच्चा शिक्षा से बिलकुल वंचित न रहे।
निष्कर्ष
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