Mahatma Gandhi: 74th death anniversary, शहीद दिवस इतिहास, क्या नाथूराम गोडसे ने मारा महात्मा गांधी को?
महात्मा गांधी जी ने अपनी लगभग पूरी जिंदगी हमें आजादी दिलाने में निकाल दी। आज महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की शहीदी है। और हर साल 30 जनवरी को भारतीय लोग इसे मनाते हैं।
लेकिन क्या आप सब इसके पीछे का कारण जानते हैं? कि आखिर क्यों महात्मा गांधी को गोली मारी गयी थी। जैसे कि आप जानते होंगे कि। महात्मा गांधी को नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को मारा था।
नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने महात्मा गांधी को तीन गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी (Mahatma gandhi death)। हर साल 30 जनवरी को हम भारत शहीद दिवस या फिर बोले शहीद दिवस मनाते हैं। जोकि हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है। और नथुराम गोडसे ने देश आजाद होने के करीब 1 साल बाद 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी को मारकर एक बहुत बड़ा काम कर दिया था। जिसकी वजह से सब को शॉक लगा था।
आज के दिन हम उनकी यह शहीदी बनाते हैं। कई लोगों के माने तो वो ये कहते हैं कि। नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी को नहीं मारा है। तो वही दूसरी तरफ नथुराम गोडसे का यह कहना है कि। उन्होंने खुद अपने हाथों से मारा है।
पर महात्मा गांधी ने अपने पूरे जीवन में एक सिंपल, सादे बंदे बनकर हमारे देश को आजाद करने की पूरी हिम्मत दिखाई। और उनकी नियमित बहुत धार्मिक प्रसंग के बाद गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई।
इसी वर्ष 2022 को महात्मा गांधी जी की 74 वी पुण्यतिथि हम लोग मना रहे हैं। अंग्रेजी से लड़ने के लिए तरीके अपनाने वाले हमारे महात्मा गांधी ने पूरी दुनिया भर में कई बड़े राष्ट्रवादी और नागरिक अधिकार आंदोलनों को प्रेरित किया है।
और साथ ही राष्ट्रीय एकता के लिए भी बहुत जोर से काम किया है। आज 30 january को वे शहीद हुए थे। हम देश के स्वतंत्र के लिए उनके पूरी जिंदगी के एक महत्वपूर्ण योगदान के लिए उनको याद करते हैं। और इस दिन राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति प्रधानमंत्री और साथ ही रक्षा मंत्री महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए नई दिल्ली के राजघाट पर हर साल एकत्रित होते हैं। और फिर मौन करते है।
हम आपको बता दे की, तीन प्रकार के निदेशक अनुसार भारत के स्वतंत्र संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले को याद करके पूरे देश में सुबह 11:00 बजे 2 मिनट का मौन रखा जाता है।
इस 2 मिनट कोई कुछ नहीं बोलता। बस उन्हें याद करता है। और राज्य केंद्र शासित प्रदेश सरकारों ने सूचित करने का अनुरोध किया जाता है कि। शहीद दिवस को पूरी श्रद्धा, गंभीरता के साथ मनाया जाए। और साथ ही उन सभी जवानों को याद किया जाए। जिन्होंने आजादी के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी।
वे शहीद दिवस के सही से पालन के लिए अपने नियंत्रण में सभी शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को निर्देश जारी कर सकते हैं। "गृह मंत्रालय (एमएचए) से एक पत्र नोट करा है।
और 23 मार्च को स्वतंत्र सेनानी राजगुरु (Rajguru), भगत सिंह (Bhagat Singh) और उनके साथी सुखदेव थापर (Sukhdev Thapar) की याद में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिन्हे की अंग्रेजों ने मार दिया था, फांसी पर लटका कर।
उन्होंने भी लगभग अपनी पूरी जान लगा दी, देश को आजाद करने में। तो आज के दिन 30 जनवरी को हम महात्मा गांधी को याद करते हैं। और इसी दिन उनकी मृत्यु हुई थी। और हर साल इसी दिवस को महात्मा गांधी शहीद दिवस के रूप में मनाते हैं।
निष्कर्ष
आशा है आपको यह समझ में आ गया होगा। इस लेख में, हमने आपको Mahatma Gandhi: 74th death anniversary, शहीद दिवस इतिहास, क्या नाथूराम गोडसे ने मारा महात्मा गांधी को? के बारे मे बताया, अगर आपको यह लेख पसंद आया हो।
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