अगस्त में दिल्ली को नहीं मिली साफ हवा इस महीने मॉनसून के रूठे रहने का असर
उमस और गर्मी के बावजूद कुतुबमीनार के दीदार के लिए पहुंच रहे लोग
जुलाई में रेकॉर्ड बारिश के बावजूद भी इस बार अभी तक एक भी दिन अच्छी कैटेगिरी की हवा नहीं मिली है। यह हवा का वह स्तर होता है, जब एक्यूआई 50 से नीचे रहता है।
जब एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 1 से 50 अंक के बीच रहे, तो उसे अच्छा माना जाता है। इसके बाद 51 से 100 तक संतोषजनक और 101 से 200 तक सामान्य स्थिति मानी जाती है। इसके बाद हवा खराब होनी शुरू हो जाती है।
मॉनसून के दौरान सबसे ज्यादा बारिश वाले अगस्त महीने में हवा भी सबसे साफ रहती है। लेकिन इस बार अगस्त में अब तक ज्यादातर दिनों में मौसम के शुष्क बने रहने का असर प्रदूषण पर भी साफ दिखाई दे रहा है। इस बार अगस्त में 17 में से 12 दिन एक्यूआई 100 के ऊपर दर्ज किया गया है। 17 अगस्त को तो यह मॉनसून सीजन में सबसे खराब स्तर 150 तक पहुंच गया।
मुंडका का एक्यूआई 236 और आनंद विहार का एक्यूआई 289 तक पहुंच गया। यह खराब स्थिति का प्रदूषण है। यानी राजधानी में कुछ जगहों पर लोग अगस्त में भी खराब स्तर का प्रदूषण झेल रहे हैं। हालांकि इस साल मॉनसून आने के बाद जुलाई में हुई रेकॉर्ड बारिश की वजह से जुलाई काफी साफ रही थी और महज तीन दिन एक्यूआई 100 से ऊपर रहा था। मॉनसून के दौरान भी बारिश के थमते ही प्रदूषण बढ़ने लगता है। हालांकि
इस बीच, मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी में बारिश का इंतजार एक दिन और बढ़ गया है। बुधवार को भी लोगों को गर्मी का सितम सहना होगा।
पहले संभावना जताई गई थी कि 18 अगस्त से मॉनसून का ब्रेक खत्म हो सकता है, लेकिन अब पूर्वानुमान के अनुसार, बारिश के लिए राजधानी वालों को 19 अगस्त की शाम तक का इंतजार करना होगा।
शुक्रवार रात से बारिश शुरू होगी और अधिकतम तापमान में कमी आना शुरू हो जाएगी। बारिश का यह स्पैल से अगस्त तक चल सकता है।
निष्कर्ष
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