तालिबान ने छोड़ी जहरीली आंसू गैस, महिलाएं बोलीं- हम 20 साल पहले वाली नहीं।
तालिबान महिलाओं पर अत्याचार।
राजधानी काबुल में लगातार दूसरे दिन महिलाओं का तालिबान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहा। महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए मार्च निकाला। और सरकार में शामिल किए जाने की मांग भी दोहराई। टोलो न्यूज के मुताबिक, महिलाओं का विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है। कि ये तालिबान द्वारा राष्ट्रपति भवन के रास्ते में आने के बाद हुआ। महिलाओं ने कहा कि तालिबान ने उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। और उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है। राबिया सादत नाम की महिला का कहना है। कि तालिबान के आतंकियों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्हें पीटा। क्योंकि उन्होंने अपने लिए बराबरी का हक मांगा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हमले में महिला बुरी तरह घायल हो गई विडियो में उनके सिर से खून बहता दिख रहा है। महिलाएं अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी भी कर रही हैं। अफगानी महिलाएं अपने विरोध प्रदर्शन में कह रही हैं। 'हम 20 साल पहले वाली औरतें नहीं हैं। हमें समानता, न्याय और लोकतंत्र चाहिए।' इससे पहले हेरात प्रांत में भी गवर्नर हाउस के बाहर महिलाओं ने थी।
इस बीच, तालिबान ने कहा है कि देश में केवल हिजाब पहनने वाली महिलाओं को ही शिक्षा। और काम (रोजगार) का अधिकार मिलेगा। तालिबान का कहना है कि अमेरिका को देश की संस्कृति बदलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा, 'महिलाओं के अधिकारों के बारे में कोई समस्या नहीं होगी।
उनकी शिक्षा और काम के बारे में भी कोई समस्या नहीं होगी। हमारी संस्कृति है कि वे हिजाब के साथ शिक्षा प्राप्त कर सकती हैं। वे हिजाब के साथ काम कर सकती हैं। हालांकि महिलाओं को समान हक देने के तालिबान के दावे खोखले दिख रहे हैं। हेरात प्रांत में लड़कों के साथ लड़कियों की पढ़ाई बंद कर दी गई है। कई मशहूर महिला एंकर्स देश छोड़कर चली गई हैं।
निष्कर्ष
आशा है आपको यह समझ में आ गया होगा। इस लेख में, हमने आपको तालिबान ने छोड़ी जहरीली आंसू गैस, महिलाएं बोलीं- हम 20 साल पहले वाली नहीं। के बारे मे बताया। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो।
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