एयरपोर्ट के पास सीवर में घुसकर पुकार,हमें निकालो।
एयरपोर्ट के पास सीवर में घुसकर पुकार,हमें निकालो के बारे मे।
तालिबानी हुकूमत का अफगानियों पर इतना सख्त पहरा है कि वे अपनी मर्जी से देश भी नहीं छोड़ सकते। काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद बहुत से अफगानी देश छोड़कर जा चुके हैं, मगर अब तालिबान ने साफ-साफ चेताया है। कि वह अब किसी भी अफगानी को देश छोड़ने नहीं देगा।
तालिबान ने कहा है कि वह अफगान नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट की यात्रा करने से रोकेंगे। ताकि कोई अफगानी विमानों पर सवार होकर विदेश न चला जाए। तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अब हम किसी भी अफघानी नागरिकों को देश से बाहर नहीं जाने देंगे। यह रोक सिर्फ अफगान नागरिकों पर है। विदेशी नागरिक एयरपोर्ट की तरफ जाना जारी रख सकते हैं। और स्वदेश लौट सकते हैं।
इस बीच, देश छोड़ने के लिए काबुल एयरपोर्ट के पास अभी भी हजारों लोग जमा हैं। एक वायरल विडियो में सैकड़ों की संख्या में अफगान नागरिक घुटनों तक सीवर के पानी में खड़े होकर अपने कागजात को लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं।
ये लोग एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात अमेरिकी सैनिकों से अंदर प्रवेश करने की गुहार भी लगा रहे हैं। कई महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ यहां पहुंची हुई हैं। सैनिक चाहते हुए भी मदद नहीं कर पा रहे हैं। सीएनएन ने मुजाहिद के हवाले से कहा कि एयरपोर्ट
जाने वाले रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया है। एयरपोर्ट तक जाने के लिए अफगान उस सड़क से नहीं जा सकते, मगर विदेशी नागरिकों को उस सड़क को हवाई अड्डे तक ले जाने की अनुमति है। मुजाहिद ने कहा कि हम अब अफगानों को यहां से निकालने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। और हम इससे खुश भी नहीं हैं।
अफगानिस्तान के डॉक्टरों और शिक्षाविदों को यह देश नहीं छोड़ना चाहिए, उन्हें अपने विशेषज्ञ क्षेत्रों में काम करना चाहिए। जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हाल के दिनों में काबुल हवाईअड्डे पर धावा बोलने वाले अफगानों को स्वदेश लौटना चाहिए।
उन्होंने कहा कि काबुल एयरपोर्ट पर भीड़ बढ़ने से रोकने को अफगानियों को रोका जाएगा। वहीं, अफगानी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का आरोप है कि तालिबान आम माफी के नाम पर तालिबान विरोधी लोगों की पहचान कर रहे हैं और उनकी हत्याएं कर रहे हैं। काबुल के बाहर हो रही इस तरह की हत्याओं पर मीडिया भी बात नहीं कर रहा है।
तालिबान ने साफ कहा है कि देश की सरकार इस्लाम के जानकार ही चलाएंगे। वहीं, काबुल में भी आम लोगों के हालात ठीक नही हैं। वहां के कुछ निवासियों ने दावा किया कि हथियारबंद लोग तालिबान के रूप में अपना परिचय देकर और कीमती चीजें चुराकर घरों में प्रवेश कर रहे हैं। तालिबानी लड़ाकों ने कथित तौर पर पूरे काबुल में चौकियां स्थापित कर दी हैं, ड्राइवर्स को यह पूछने के लिए रोकते हैं कि वे कहां जा रहे हैं या कार के कागजात की जांच कर रहे हैं।
वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि बड़े पैमाने पर घर-घर की तलाशी का कोई संकेत नहीं है। ब्रिटेन ने साफ कर दिया है कि उसका काबुल मिशन 31 अगस्त तक खत्म हो जाएगा। ब्रिटिश विदेश मंत्री ने कहा कि वह 'सटीक समयसीमा' नहीं बता सकते कि विमान कब तक उड़ान भरेंगे लेकिन यह अभियान 31 तक खत्म हो जाएगा।
'छोटी बच्चियों का जबरन अपहरण'
तालिबान के चंगुल से निकलीं एक विदेशी पत्रकार ने वहां की असल स्थिति को बयान किया। पत्रकार होली मैके ने बताया कि तालिबान अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में अपने लड़ाकों से शादी के लिए 15 साल से ज्यादा उम्र की लड़कियों की तलाश में घर-घर जा रहा है। उन्होंने कहा कि तालिबानी लड़कियों को उनकी सहमति के बिना ले जा रहे हैं और उनसे जबरन शादी कर रहे हैं या रेप कर रहे हैं।
अब नीले बुर्के पहनकर बाहर निकल रहीं हैं औरतें मैके ने बताया, 'पिछले शनिवार को मजार-ए-शरीफ के उत्तरी शहर के अंदर होने के अपने अनुभव में, मैंने देखा कि हलचल वाला शहर तुरंत एक भूतिया शहर बन गया। जो महिलाएं बाहर निकलीं उन्होंने नीले बुर्का पहना हुआ था। उन्होंने बताया कि उनकी एक दोस्त अभी भी वहीं फंसी हुई है। ।
'कैसे चली जाऊं, मेरी बहनें भी तो यहां फंसी हैं। मैके ने अफगान महिला कार्यकर्ता फरीहा ईजर के बारे में भी बात की, जिनसे वह कई साल पहले मिली थीं। फरिहा ने कहा, 'बाहर के मेरे दोस्त मुझसे अपना देश छोड़ने के लिए भीख मांग रहे हैं। लेकिन मैं यह कैसे कर सकती हूं जब मेरी बहनें पीड़ित हैं?' फरीहा ने बताया कि कैसे तालिबान घर-घर जा रहे हैं, शादी के लिए 15 साल से अधिक उम्र की महिलाओं और लड़कियों की तलाश कर रहे हैं। आतंकवादियों ने एक पिता से अपनी बेटियों को पत्नियों के रूप में देने के लिए कहा।
तालिबान ने क्या कहा है ?
तालिबान ने साफ कहा है कि वह अफगानिस्तान के नागरिकों को देश छोड़ने नहीं देगा। तालिबान ने कहा कि सड़क,जो हवाई तक जाती है उसे ब्लॉक किया गया है। सिर्फ विदेशीजा सकते हैं। 31 अगस्त तक ज्यादातर विदेशी सैनिक काबुल छोड़ देंगे। ऐसे में डरे हुए स्थानीय लोग एयरपोर्ट के पास सीवर में जा उतरे। बसवे किसी तरह देशसे निकल जाना चाहते हैं।
एक तरफ तोतालिबान आम लोगों को सुरक्षा देने की बात कह रहा है लेकिन दूसरे प्रांतों मेंघर-घर जाकर 15 साल से ऊपर की बच्चियों को शादी के लिए ढूंढाजा रहा है। काबुल के लोगों का कहना है कि कुछ लोग तालिबान का नाम लेकर उनके घरों में घुस आए और कीमती सामान लूटकर ले गए।जी-7 देशों का भी कहना है कि तालिबान को लोगों की सुरक्षा सबसे पहले सुनिश्चित करनी चाहिए:
निष्कर्ष
आशा है आपको यह समझ में आ गया होगा। इस लेख में, हमने आपको एयरपोर्ट के पास सीवर में घुसकर पुकार, हमें निकालो। के बारे मे बताया। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो।
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इसे भी देखें: 392 और भारत लौटे, काबुल में भगदड़।
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