काबुल से आए गुरु साहिब जी के स्वरूप, जयकारों से गूंज उठा आईजीआई एयरपोर्ट।
काबुल से आए गुरु साहिब जी के स्वरूप, जयकारों से गूंज उठा आईजीआई एयरपोर्ट के बारे मे ।
जो बोले सो निहाल सत श्रीअकाल...वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह...आज्ञा भयी अकाल की तबे चलाइओ पंथ, सभ सिखन को हुक्म है, गुरु मानेयो ग्रन्थ...इन जयकारों से गूंज उठा दिल्ली एयरपोर्ट। काबुल से जब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीन स्वरूप आए तो इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर मंगलवार को जश्न जैसा माहौल हो गया। बड़ी संख्या में दिल्ली की संगत गुरु महाराज के स्वरूप को लेने पहुंची।
पांच प्यारों की अगुवाई में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी की ओर से तैयार करवाई गई पालकी साहिब में पूरे अदब के साथ तीनों गुरु ग्रंथ साहिब जी को सुशोभित किया गया। इसके बाद नगर कीर्तन के रूप में काफिला बढ़ा और वेस्ट दिल्ली के न्यू महावीर नगर के-ब्लॉक में गुरुद्वारा गुरु अर्जन देव जी में आदर और सम्मान के साथ तीनों स्वरूपों को स्थापित किया गया है।
इस बीच पूरे रास्ते में कीर्तनीय जत्थों द्वारा गुरु की इलाही बाणी का कीर्तन गायन किया गया। गुरु महाराज के ये स्वरूप ऐतिहासिक और हाथ से लिखे हुए हैं।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि तीन में से दो स्वरूपों का सुख आसन करवा दिया गया है और एक स्वरूप का संगत के दर्शनों के लिए प्रकाश किया गया है। उन्होंने कहा कि हम देश की सरकार खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दिल से धन्यवाद करते हैं।
जिन्होंने हमारी अपील सुनी साथ ही वह अकाल का भी शुक्रिया अदा करते हैं कि गुरु साहिब की अपार बख्शीश के कारण यह पावन स्वरूप और लोग सुरक्षित भारत पहुंच गए हैं। गार्डन और अन्य इलाकों से लोग गुरु साहिब के दर्शन करने पहुंचे। जैसे ही पालकी साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप को उतारा गया वैसे ही इलाके के लोग भी घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान उन्होंने फूलों की बारिश भी की। जयकारे गूंजते रहे।
एयरपोर्ट से वेस्ट दिल्ली तक पालकी साहिब को दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनदर एसकोर्ट किया। इस दौरान रास्ते में भी लोगों ने गुरु महाराज के दर्शन किए। जब पावन स्वरूपों के न्यू महावीर नगर में आने की खबर मिली तो आसपास के इलाके से सैकड़ों लोग गुरुद्वारा के बाहर स्वागत के लिए पहुंच गए। तिलक नगर, जनकपुरी, विकासपुरी, राजौरी ।
जानकारी के मुताबिक, भारत लगातार अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने में जुटा हुआ है। इसी मिशन में मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर कुल 78 लोगों के साथ वायुसेना का विमान पहुंचा। इनमें 25 भारतीय नागरिक और बाकी अफगानी नागरिक शामिल थे। इस जत्थे के साथ काबुल से गुरु ग्रंथ साहिब जी की तीन प्रतियों को भी लाया गया है जो अफगानिस्तान के गुरुद्वारों में मौजूद थीं।
अफगानिस्तान से आए सहस सिंह ने बताया कि अभी उनकी बहन और कई परिवार के सदस्य एयरपोर्ट पर फंसे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही वह भारत आएंगे। उन्होंने बताया कि परिवार से लगातार बात होती रहती है, वो बताते हैं कि हालात बहुत खराब हैं। कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता। सहस सिंह ने कहा कि वह भारत सरकार के शुक्रगुजार हैं, जिन्होंने लोगों की जान बचाने के साथ ही हमारे धर्म की रक्षा की।
बड़े ही सादर-सत्कार के साथ ग्रंथ साहिब जी को भी लाया गया। उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान में कई गुरुद्वारे पर अवैध कब्जा किया गया है। उनका व्यवहार हमारे प्रति सही नहीं होता है।
लोगों में धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जाता है। काबुल से तीनों प्रतियां लेकर पहुंचे धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार को काबुल से निकले थे और मंगलवार सुबह को दिल्ली पहुंचे। यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की तीनों प्रतियों के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग आए। लोगों से बहुत सम्मान मिल रहा है।
निष्कर्ष
आशा है आपको यह समझ में आ गया होगा। इस लेख में, हमने आपको काबुल से आए गुरु साहिब जी के स्वरूप, जयकारों से गूंज उठा आईजीआई एयरपोर्ट। के बारे मे बताया। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो।
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